Tandoori Chai
तंदूरी चाय (Tandoori Chai)- इंडिया में चाय की इतनी वैराईटी मौजूद है की इसका अनुमान आप चाय के बढ़ते व्यापार और डिमांड से लगा सकते है। और जब किसी चीज की डिमांड बढ़ती है तो उसमे नई-नई अपडेट और आविष्कार होते रहते है। तंदूरी चाय इसी का एक उदाहरण है, जो एक सामान्य सी चाय को अलग ढंग से बनाने और परोसने (सर्व) करने को दर्शाती है।
क्या है खास तंदूरी चाय (What is Tandoori Chai)
तंदूरी चाय एक विशेष प्रकार की चाय है। इसका बनाने का तरीका और अनोखा स्वाद इसको विशेष बनता है। तंदूरी चाय को बनाने के लिए हम सामान्य मसाला चाय को बना कर एक मिट्टी सी बने गर्म कुल्लड़ में डालते है और 5-10 मिनट के लिए चाय को गर्म कुल्लड़ के संपर्क में ही रखते है
जिससे कुल्लड़ का सोंधा स्वाद चाय में आ जाता है और चाय का रंग स्मोकी हो जाता है। जिसे हम उसे दूसरे कुल्लड़ में डालकर सर्व करते है।
तंदूरी चाय बनाने के लिए समान्यता मसाला चाय का उपयोग करते है जिससे चाय में अन्य मसालों का स्वाद भी मिलता रहे। कुल्लड़ को गर्म करने के लिए तंदूर का प्रयोग करते है वही तंदूर जिसमे तंदूरी रोटी बनती है
और इसी तंदूर के प्रयोग की वजह से इस चाय का नाम भी “तंदूरी चाय” पड़ा है। ऐसा करने से मिट्टी से बने कुल्लड़ का स्वाद चाय में घुल जाता है।
Also read– मसाला चाय बनाने की विधि और उसके बारे में जानना चाहते है तो हमारे पिछले ब्लॉग को जरूर पढ़े। Masala Chai (Taste Of India)
आवश्यक सामग्री (Important Ingredients)
- 1/2 कप पानी (Water)
- 2 कप दूध (Milk)
- 1 बड़ा चम्मच चीनी (Suger)
- 1 बड़ा चम्मच चायपत्ती (Tea Leaf)
- 1 टुकड़ा अदरक (Ginger)
- 2 हरी इलाईची (Chamomile)
- 1 टुकड़ा दालचीनी (Cinnamon)
- 1 छोटा चम्मच कालीमिर्च पाउडर (Black Pepper Powder)
- 2 कुल्लड़ (Kullad)
खास तंदूरी चाय
बनाने की विधि (How To Make)
तंदूरी चाय बनाने के लिए सबसे पहले हम मसाला चाय बनाते है जिसके लिए,
हम 1/2 कप पानी में 2 कप दूध डालकर उबलते है उस उबलते हुए दूध में चायपत्ती, चीनी, अदरक, इलाईची, दालचीनी और कालीमिर्च को डालकर अच्छे से पका लेते है जिससे हमारी मसाला चाय तैयार हो जाएगी।
कुल्लड़ को घर पर गैस की मदद से गर्म कर सकते है जरूरी नहीं है की हम तंदूर का ही प्रयोग करे। कुल्लड़ को गैस पर अच्छी तरह चारो तरफ गर्म करने पर कुल्लड़ का रंग बदलने लगता है।
इस गर्म कुल्लड़ में पहले से तैयार मसाला चाय को डालते है। चाय को कुल्लड़ में डालते ही वह खौलने लगती है, थोड़ी देर खौलने के बाद जब चाय सामान्य हो जाये तो इसे दूसरे कुल्लड़ में डालकर सर्व करे।
सुझाव (The Guidelines)
कुल्लड़ को प्रयोग में लेन से पहले पानी से अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए जिससे कुल्लड़ से धूल व गन्दगी ना हो।
गर्म कुल्लड़ को तंदूर से निकालने के लिए पकड़ का इस्तेमाल करना चाहिए।
व्यक्तिगत अनुभव (Personal Experience)
इंडिया एक घनी आबादी वाला देश है जहा रोज़गार ढूढ़ना सबसे मुश्किल काम है। नौकरी करने के लिए प्रतियोगिता (competition) बहुत है और नया काम करने के लिए पूँजी चाहिए तो क्यों ना पुराने चलने वाले कामो में ही प्रयोग (experiment) किये जाये।
शायद यही वजह है तंदूरी चाय के आविष्कार की और लोग कुछ नया देख कर उसी के पीछे भागते है। एक कहावत है- ” जो दिखता है वही बिकता है “ तो तंदूरी चाय में चाय तो वही पुरानी है मगर उसे बनाने का नए तरीका लोगो को लुभाता है।
इंडिया में साधारण मसाला चाय 10-20 रुपये में मिलेगी और तंदूरी चाय 20-40 रुपये तक आप को हर शहर में आसानी से मिल जाएगी। बड़े-बड़े रेस्टोरेंट में शायद और महँगी भी मिल सकती है और लोग बड़े शौक से इसे पीते है। – “आम आदमी के सुविचार”
सारांश (Summary) Tandoori Chai
आपको कैसी लगी यह चाय अगर नहीं टेस्ट की तो घर पर ही बना कर टेस्ट करे और हमें कमेंट करके जरूर बताए।